
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और क्रिकेट स्टार इमरान खान की बहनों के साथ अदियाला जेल के बाहर हिंसक घटना हुई। अलीमा खान, नोरीन नियाज़ी और डॉ. उजमा खान मंगलवार देर रात जेल में बंद इमरान खान से मिलने गई थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकते हुए क्रूर व्यवहार किया।
पीटीआई ने लगाया आरोप
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आरोप लगाया कि बहनें जेल के बाहर शांति से बैठी थीं, तभी पुलिस ने उनके साथ हिंसक व्यवहार शुरू कर दिया। पीटीआई ने बताया कि केवल इमरान खान की बहनों ही नहीं, बल्कि खैबर पख्तूनख्वा की मंत्री मीना खान अफरीदी और नेशनल असेंबली सदस्य शाहिद खट्टक समेत कई पीटीआई कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया गया।
हिंसक कार्रवाई का वीडियो जारी
पीटीआई ने घटना का वीडियो भी जारी किया है, जिसमें दिखाया गया है कि पुलिस अधिकारियों ने इमरान खान की बहनों के बाल पकड़कर उन्हें जमीन पर गिराया और घसीटते हुए उठाया। अलीमा खान ने कहा, “वे हमें सड़क पर घसीट रहे थे। यह समझ से बाहर है कि ऐसा क्यों किया गया।”
राजनीतिक और कानूनी दृष्टिकोण
पीटीआई का आरोप है कि इमरान खान के परिवार के कानूनी अधिकारों और अदालत द्वारा तय पारिवारिक मुलाकातों का इस्तेमाल उत्पीड़न और राजनीतिक दबाव का माध्यम बनाया जा रहा है। पार्टी ने यह भी कहा कि यह कार्रवाई जेल के बाहर शांति से बैठे कार्यकर्ताओं और परिवार के सदस्यों के खिलाफ की गई।
इस घटना ने पाकिस्तान में मानवाधिकार और राजनीतिक स्वतंत्रता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।