Saturday, November 8

मुंबई लोकल हादसा: मुंब्रा दुर्घटना के बाद RPF–GRP में फिर टकराव, जिम्मेदारी की जंग तेज

मुंबई। मुंब्रा लोकल ट्रेन हादसे के पाँच महीने बाद एक बार फिर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) के बीच अधिकार क्षेत्र को लेकर खींचतान खुलकर सामने आ गई है। GRP द्वारा रेलवे के दो इंजीनियरों के खिलाफ लापरवाही की एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद दोनों एजेंसियों में तनातनी बढ़ गई है।

मुंब्रा हादसे में पाँच यात्रियों की मौत हुई थी। रेलवे की आंतरिक जांच में इस घटना का कारण ट्रेन के रूट कर्व और यात्रियों के बैग के टकराव को बताया गया था। लेकिन GRP की जांच रिपोर्ट में रेलवे इंजीनियरों की लापरवाही का जिक्र किया गया, जिसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।

इस कदम से रेलवे मजदूर संघों में नाराज़गी फैल गई। बुधवार को सीएसटी स्टेशन परिसर में दो प्रमुख यूनियनों — राष्ट्रीय मजदूर संघ (NRMU) और सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ (CRMS) ने GRP के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। आरोप है कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने मोटरमैन केबिन का दरवाजा लॉक कर दिया, जिससे अप और डाउन दोनों दिशाओं की ट्रेनें करीब एक घंटे तक ठप रहीं। इससे यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी और स्टेशन परिसर में अफरा-तफरी मच गई।

इसी दौरान सैंडर्स रोड के पास कई यात्री रेल पटरियों से गुजरने लगे और इस बीच CSMT से अंबरनाथ जा रही ट्रेन की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। अब GRP इस नई दुर्घटना की भी जांच कर रही है और माना जा रहा है कि इस मामले में भी एक और एफआईआर दर्ज की जा सकती है।

🔹 RPF–GRP विवाद की जड़ में क्या है मामला?

रेलवे मामलों के जानकार समीर झवेरी के अनुसार, रेल हादसों में घायलों या मृतकों को अस्पताल पहुँचाने की जिम्मेदारी GRP की होती है, जबकि अपराध जांच में इस्तेमाल होने वाले सीसीटीवी फुटेज RPF के नियंत्रण में रहते हैं। कई बार GRP को समय पर फुटेज नहीं मिल पाता, जिससे जांच प्रभावित होती है।

इसके अलावा, RPF का संचालन केंद्र दिल्ली में है, जबकि GRP के अधिकारी नीति निर्धारण में शामिल नहीं होते। GRP की आधी सैलरी रेल मंत्रालय और आधी राज्य सरकार द्वारा दी जाती है, जिससे समन्वय की कमी बनी रहती है।

🔸 पुराने विवादों का इतिहास

  • 2011: मुंबई में एक महिला के यौन उत्पीड़न मामले में GRP ने RPF पर सहयोग न करने का आरोप लगाया था।
  • 2014: आंध्र प्रदेश की सॉफ्टवेयर इंजीनियर ईस्टर अनुहया हत्याकांड में सीसीटीवी फुटेज साझा करने को लेकर दोनों एजेंसियों में टकराव हुआ था।
  • जुलाई 2024: बिहार के पटोरी स्टेशन पर GRP और RPF के बीच झड़प हुई, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई थी।
    रेल सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक दोनों एजेंसियों के बीच अधिकार और दायित्व स्पष्ट रूप से तय नहीं किए जाते, तब तक ऐसे विवाद और यात्रियों की सुरक्षा पर संकट बना रहेगा।

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