
15 नवम्बर 2025, इस्लामाबाद:
भारत-पाकिस्तान के बीच लगातार खुफिया गतिविधियाँ और साजिशें सामने आ रही हैं, जिनमें एक चौंकाने वाला मामला अब सामने आया है। पंजाब से धार्मिक यात्रा पर पाकिस्तान गई एक सिख महिला, सरबजीत कौर के लापता होने के बाद अब यह खुलासा हुआ है कि उसने पाकिस्तान में इस्लाम धर्म अपनाया और पाकिस्तानी नागरिक से शादी कर ली। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह घटना पाकिस्तान की एक खुफिया साजिश का हिस्सा हो सकती है, जिसमें महिलाओं को निशाना बना कर उन्हें धार्मिक रूप से परिवर्तित कर, खुफिया जानकारी जुटाई जाती है।
सरबजीत कौर बनी नूर हुसैन
सरबजीत कौर, जो पंजाब से सिख जत्थे के साथ पाकिस्तान यात्रा पर गई थी, वह अब पाकिस्तान के शेखूपुरा में नासिर हुसैन नामक व्यक्ति से शादी करने के बाद नूर हुसैन के नाम से जानी जाती हैं। उनके निकाहनामा के दस्तावेज़ भी सामने आए हैं, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने अपनी इच्छा से इस्लाम धर्म अपनाया। हालांकि, खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह ‘धर्मांतरण’ की प्रक्रिया धोखाधड़ी और दबाव के तहत की गई है।
ISI का खतरनाक नेटवर्क
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का यह नया सॉफ्ट पावर पैठ मॉडल खुफिया जानकारी और जासूसी नेटवर्क बनाने के लिए महिलाओं को लक्षित करता है। भारतीय तीर्थयात्रियों को विशेष रूप से निशाना बनाया जाता है, जो धार्मिक यात्रा पर पाकिस्तान आते हैं। रिपोर्टों के अनुसार, ISI ने कई वर्षों से ननकाना साहिब, पंजा साहिब, और करतारपुर साहिब जैसे महत्वपूर्ण सिख तीर्थस्थलों पर महिलाओं को आकर्षित करने और उन्हें धार्मिक रूप से परिवर्तित करने के लिए एक गहरी रणनीति बनाई है।
विवाह और धर्म परिवर्तन के बाद बनता है नया नेटवर्क
इस खुफिया नेटवर्क में कट्टरपंथी हैंडलर्स भारतीय महिला तीर्थयात्रियों को भावनात्मक रूप से कमजोर पाते हैं और फिर उन्हें प्रेम संबंधों और विवाह के जाल में फंसा लेते हैं। इसके बाद, उन पर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन का दबाव डाला जाता है और उन्हें पाकिस्तान में स्थायी रूप से शिफ्ट कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद, उनकी भारतीय पहचान खत्म कर दी जाती है और उन्हें एक नए सामुदायिक और व्यक्तिगत सूचना नेटवर्क का हिस्सा बना लिया जाता है।
गोपनीय खुफिया रिपोर्टों में खुलासा
खुफिया सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में भारतीय तीर्थयात्रियों को न केवल धार्मिक स्थलों पर, बल्कि गेस्ट हाउस और अन्य जगहों पर भी आसानी से निशाना बनाया जा रहा है। आईएसआई के एजेंट्स इन यात्रियों के संपर्क में आते हैं और धीरे-धीरे उन्हें अपने प्रभाव में ले लेते हैं। इसके बाद, उन्हें पाकिस्तान की राजनीति और सामुदायिक सूचना जुटाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
भारत की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
यह मामला भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए चेतावनी है, और वे अब पाकिस्तान से आने वाली इन प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं। खासकर जब से खुफिया रिपोर्टों में यह खुलासा हुआ है कि ISI अब भारतीय महिला तीर्थयात्रियों को अपनी जासूसी गतिविधियों का हिस्सा बना रही है।
यह घटना पाकिस्तान के खुफिया नेटवर्क द्वारा भारतीय महिलाओं का शोषण और उनका इस्तेमाल खुफिया जानकारी जुटाने के लिए किए जाने वाले खतरनाक प्रयासों का प्रतीक है।