
कनाडा दुनिया के उन देशों में से एक है जहां विदेशी छात्र अपनी पढ़ाई के बाद परमानेंट रेजिडेंसी (PR) प्राप्त कर सकते हैं। भारत सहित अन्य देशों के स्टूडेंट्स ने कनाडा को हायर एजुकेशन के लिए पसंद किया है, क्योंकि यहां उच्च शिक्षा के साथ-साथ नौकरी करने का भी अवसर मिलता है। इसके साथ ही, कनाडा में काम करने और पढ़ाई करने से PR प्राप्त करने का भी रास्ता खुल जाता है। आइए जानते हैं कि भारतीय स्टूडेंट्स किस तरह अपनी परमानेंट रेजिडेंसी के चांस को बढ़ा सकते हैं।
1. बदलती इमिग्रेशन पॉलिसी से अपडेट रहें
कनाडा की इमिग्रेशन पॉलिसी लगातार बदलती रहती है, इसलिए स्टूडेंट्स को इन बदलावों से अपडेट रहना जरूरी है। जैसे कि हाल ही में IRCC ने घोषणा की कि 2026 में 3.80 लाख विदेशी नागरिकों को PR दिया जाएगा। इसके लिए स्टूडेंट्स को यह समझना जरूरी है कि उन्हें किस कोर्स की पढ़ाई करनी होगी, जो PR के लिए योग्य बनाए। इसके अलावा, डिग्री के बाद ‘पोस्ट-ग्रेजुएशन वर्क परमिट’ (PGWP) मिलना भी PR के चांस को बढ़ाता है।
2. डिमांड वाले कोर्स को चुनें
कनाडा में कुछ विशेष फील्ड्स हैं जिनमें हमेशा लोगों की डिमांड बनी रहती है। इनमें हेल्थकेयर, साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स (STEM), ट्रांसपोर्ट, ट्रेड, और एग्रीकल्चर जैसी फील्ड्स शामिल हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई छात्र STEM क्षेत्र में जैसे आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग या डाटा साइंस जैसे कोर्स करता है, तो उसकी PR पाने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
3. प्रोविंशियल नॉमिनी प्रोग्राम (PNP) के बारे में जानें
कनाडा के सभी प्रांत और क्षेत्र प्रोविंशियल नॉमिनी प्रोग्राम (PNP) के तहत विदेशियों को PR देने का अधिकार रखते हैं। यदि किसी स्टूडेंट को कनाडा की केंद्र सरकार के PR प्रोग्राम से परमानेंट रेजिडेंसी नहीं मिलती, तो वह PNP के जरिए भी PR के लिए अप्लाई कर सकता है। कनाडा के ज्यादातर राज्य स्किल वर्कर्स को PR देने के लिए प्राथमिकता देते हैं।
4. भाषा पर पकड़ मजबूत करें
कनाडा की दो आधिकारिक भाषाएं अंग्रेजी और फ्रेंच हैं। अगर आप दोनों भाषाओं में दक्ष हैं, तो आपकी PR के लिए आवेदन की संभावना काफी बढ़ जाती है। PR प्राप्त करने के लिए CRS (Comprehensive Ranking System) स्कोर की आवश्यकता होती है, जो उम्र, शिक्षा और वर्क एक्सपीरियंस के आधार पर निर्धारित होता है। आप IELTS या CELPIP जैसे टेस्ट में अच्छा स्कोर करके अपने CRS स्कोर को बढ़ा सकते हैं, जिससे PR मिलने के चांस बेहतर हो जाते हैं।
5. डिग्री को वैलिडेट करवाएं
कनाडा की सरकार एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम के माध्यम से PR के लिए आवेदन स्वीकार करती है। इस सिस्टम में उच्च शिक्षा के लिए ज्यादा प्वाइंट्स मिलते हैं। अगर किसी छात्र की डिग्री विदेश से प्राप्त है, तो उसे कनाडा में मान्यता प्राप्त संस्थान से वैलिडेट (मान्यता) करवाना बेहद महत्वपूर्ण है। इससे उनकी डिग्री की वैल्यू बढ़ती है और उनका CRS स्कोर बेहतर होता है, जो PR के लिए सहायक होता है।
निष्कर्ष:
कनाडा में PR प्राप्त करना भारतीय स्टूडेंट्स के लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है। हालांकि इसके लिए सही दिशा में सही कदम उठाना बेहद महत्वपूर्ण है। ऊपर दिए गए पांच टिप्स स्टूडेंट्स को अपने PR पाने के चांस को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। यदि आप इन बातों का ध्यान रखें और सही कोर्स, सही कौशल, और सही तैयारी के साथ आगे बढ़ें, तो कनाडा का PR प्राप्त करना मुश्किल नहीं होगा।