
कानपुर: उत्तर प्रदेश के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में रैगिंग का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बीएससी वानिकी के फर्स्ट ईयर छात्र के साथ सीनियर छात्रों ने पिटाई की। छात्र ने यूजीसी के एंटी रैगिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले को दबाने की कोशिश की।
पीड़ित छात्र ने लगाए गंभीर आरोप
छात्र ने बताया कि 5 नवंबर की शाम वह कर्पूरी ठाकुर छात्रावास से मेस जा रहा था। तभी कुछ सीनियर छात्र तिलक छात्रावास के पास पथराव करने लगे। विरोध करने पर छात्र के साथ मारपीट की गई। उसने इस घटना की जानकारी डीएसडब्ल्यू मुनीश कुमार और डीन को वीडियो कॉल के माध्यम से दी। लाइव कॉल के दौरान भी सीनियर छात्र द्वारा उसे थप्पड़ मारे जाने का वीडियो रिकॉर्ड हुआ।
दबाव बनाने का आरोप
छात्र ने आरोप लगाया कि 11 नवंबर को कार्यालय बुलाकर डीएसडब्ल्यू और डीन ने उसे कहा, “तुम वहां भी पिटे हो और यहां भी पिटोगे।” यह सुनकर छात्र मानसिक रूप से बहुत आहत हुआ। साथ ही उस पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया गया।
प्रशासन ने उठाया कदम
मामला मीडिया में आने के एक सप्ताह बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो दोषी छात्रों को शैक्षणिक सत्र और छात्रावास से निष्कासित करने की कार्रवाई की। हालांकि, प्रशासन ने प्रारंभ में रैगिंग के आरोपों को असत्य बताया था।
यह घटना विश्वविद्यालय में रैगिंग और प्रशासनिक उदासीनता की गंभीर समस्या को उजागर करती है, जिससे छात्र मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं।