
अंता उपचुनाव के नतीजे बदलाव की दिशा तय करेंगे
जयपुर: राजस्थान की सियासत में मुख्य सचिव सुधांशु पंत के अचानक दिल्ली चले जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। इसे भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल का संकेत माना जा रहा है। राजनीतिक जानकार इस बदलाव को गुजरात मॉडल से जोड़कर देख रहे हैं, जहां एक ही रात में केंद्रीय नेतृत्व ने पूरे मंत्रिमंडल से इस्तीफा लेने की कार्रवाई की थी।
मुख्य सचिव के जाने से सियासी हलचल
मुख्य सचिव सुधांशु पंत के दिल्ली जाने से सरकार और प्रशासनिक तंत्र में अचानक खालीपन पैदा हो गया है। राजनीतिक पर्यवेक्षक मान रहे हैं कि इस कदम का असर सीधे मंत्रिमंडल तक पड़ेगा। कांग्रेस भी इस मामले को लेकर भजनलाल सरकार और केंद्र की बीजेपी को घेर रही है।
क्या राजस्थान में लागू होगा गुजरात फार्मूला?
राजनीतिक जानकार चर्चा कर रहे हैं कि गुजरात मॉडल की तरह राजस्थान में भी बड़े स्तर पर मंत्रियों का फेरबदल हो सकता है। यह सवाल भी उठा है कि कौन-कौन से मंत्री बदलाव की सूची में होंगे और किस तरह का फार्मूला अपनाया जाएगा। सियासी गलियारों में कयासों का दौर तेज है।
अंता उपचुनाव परिणाम का बड़ा असर
भजनलाल सरकार में संभावित बदलाव पर अंता विधानसभा उपचुनाव के नतीजे भी अहम भूमिका निभाएंगे। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने के कारण राज्य की राजनीति इस चुनाव के परिणाम का बेसब्री से इंतजार कर रही है। माना जा रहा है कि चुनाव नतीजे सरकार के मंत्रिमंडल में बदलाव की दिशा तय कर सकते हैं।
राजनीतिक पर्यवेक्षक कह रहे हैं कि आने वाले दिनों में राजस्थान की बीजेपी और भजनलाल सरकार का सियासी कदम स्पष्ट रूप से सामने आएगा। राजधानी जयपुर में यह सियासी हलचल चर्चाओं और कयासों का प्रमुख विषय बनी हुई है।