
पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार चुनाव में कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। खासकर EVM पर उम्मीदवारों के रंगीन फोटो और शहरी निकायों में E-वोटिंग जैसी सुविधाएं पहली बार लागू की जा रही हैं। आइए जानते हैं बिहार चुनाव से जुड़े 20 महत्वपूर्ण जीके फैक्ट्स:
🔹 बिहार चुनावी इतिहास और सामान्य जानकारी
- विधानसभा चुनाव की अवधि: बिहार में विधानसभा चुनाव प्रत्येक 5 साल में आयोजित होते हैं।
- विधानसभा सत्र: साल में सामान्यतः तीन सत्र होते हैं – बजट, मॉनसून और शीतकालीन।
- पहला विधानसभा चुनाव: बिहार में 1952 में हुआ। उस समय झारखंड भी बिहार का हिस्सा था।
- चुनाव संचालन: बिहार विधानसभा चुनाव इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित किए जाते हैं।
- E-वोटिंग: शहरी निकाय चुनावों में E-वोटिंग सिस्टम का प्रयोग चलन में है।
🔹 EVM और मतदाता संबंधी नई सुविधाएं
- EVM पर रंगीन फोटो: 2025 में बिहार चुनाव में पहली बार उम्मीदवारों के कलर फोटो मुद्रित होंगे।
- फोटो का फेस स्पेस: फोटो में तीन-चौथाई हिस्सा फेस के लिए निर्धारित होगा।
- नाम प्रिंटिंग: उम्मीदवार और NOTA का नाम एक ही फॉन्ट और बड़े आकार में छपेगा।
- मोबाइल अनुमति: वोटर मतदान केंद्र पर मोबाइल ले जा सकते हैं, लेकिन मतदान कक्ष में प्रवेश से पहले जमा करना होगा।
- एक पोलिंग बूथ पर वोटर: अधिकतम 1200 वोटर होंगे।
🔹 मतदाता सुविधाएं और चुनावी प्रक्रिया
- वोटर स्लिप में बदलाव: वोटर स्लिप बड़े अक्षरों में होगी, पोलिंग बूथ का नाम और पता बोल्ड फॉन्ट में लिखा जाएगा।
- BLO के लिए नई पहचान: BLO के लिए ID कार्ड जारी किए गए हैं।
- पोस्टल बैलेट की गिनती: पोस्टल बैलेट की गिनती EVM के अंतिम दो राउंड से पहले होगी।
- पर्यवेक्षक तैनाती: बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में 243 पर्यवेक्षक तैनात होंगे।
- पर्यवेक्षक की भूमिका: पर्यवेक्षक आयोग के आंख, कान और नाक की तरह काम करेंगे।
🔹 चुनाव की तारीखें और चरण
- चुनाव चरण: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 दो चरणों में होंगे।
- पहले चरण में मतदान: पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग होगी।
- पहले चरण की तारीख: 6 नवंबर 2025।
- मतगणना: 14 नवंबर 2025 को होगी।
- NOTA का मतलब: None of the Above, यानी वोटर ने किसी भी कैंडिडेट या पार्टी को वोट नहीं दिया।
नोट: इस बार EVM पर उम्मीदवारों के फोटो और सुधारित वोटर स्लिप जैसे बदलाव से मतदान प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी और सरल होगी।