[ad_1]
शारदापुर (सु) गांव में ग्रामीण अपने-अपने खेतों में व्यस्त थे। धान लगाने का काम चल रहा था। गुरुवार दोपहर को धनबसिया (62) व उनका पुत्र हिमाचल (27) भी खेत में ही थे। आसपास के खेतों में दूसरे लोग भी काम कर रहे थे। अचानक झमाझम बारिश शुरू हो गई।
Publish Date: Thu, 01 Aug 2024 11:03:42 PM (IST)
Updated Date: Thu, 01 Aug 2024 11:03:42 PM (IST)
शारदापुर (सु) गांव में ग्रामीण अपने-अपने खेतों में व्यस्त थे। धान लगाने का काम चल रहा था। गुरुवार दोपहर को धनबसिया (62) व उनका पुत्र हिमाचल (27) भी खेत में ही थे। आसपास के खेतों में दूसरे लोग भी काम कर रहे थे। अचानक झमाझम बारिश शुरू हो गई। आकाशीय गर्जना शुरू हो गई। मां – बेटे बारिश से बचने एक ही छाता के नीचे बैठ गए। आसपास दूसरे लोग भी थी। इसी बीच आकाशीय बिजली गिरी। मां – बेटे उसकी चपेट में आ गए। अगल-बगल लोगों को भी झटका लगा। तत्काल सभी को निजी वाहन से अस्पताल ले जाया गया। यहां जांच के बाद चिकित्सकों ने धनबसिया व हिमाचल को मृत घोषित कर दिया। शेष लोगों की स्थिति सामान्य है। उधर बरतीकला के खुले मैदान में चर रही 10 मवेशियां भी गाज से मर गई। इनमें कुछ बकरा-बकरी भी है। घटना से पशुपालकों को आर्थिक नुकसान हुआ है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन की टक्कर से पांच मवेशी की मौत
नईदुनिया न्यूज,बलरामपुर : अंबिकापुर – रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेमरसोत के समीप वाहन की टक्कर से पांच मवेशियों की मौत हो गई। घटना बुधवार रात को हुई। बारिश के सीजन में मवेशियों के सड़क पर रहने के कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। घटना की जानकारी मिलने के बाद यातायात विभाग दिलीप नेताम, अमित मिंज पहुंचे जिनके द्वारा मृत गायों को सड़क के किनारे किया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग में पहले भी मवेशियों की मौत तेज गति के वाहनों की चपेट में आने से हो चुकी है इसी मार्ग पर हुई पहली घटना में नौ मवेशी की मृत्यु हुई थी वही दूसरी घटना में एक साथ एक ही रात में 11 मवेशी की मृत्यु हो चुकी है।कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। देर रात बड़ी वाहनें तेज गति से चलती है। ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग में मवेशी बैठे रहते हैं जो बड़ी वाहनों के चपेट में आ जाते हैं। बुधवार की रात भी वाहन के चपेट में आने से पांच मवेशी की मौत हलाहल पुल मोड़ के आगे हो गई। घटना के बाद यातायात विभाग को सूचना मिलने पर यातायात विभाग के दिलीप नेताम एवं अमित मिंज मौके पर पहुंचे जिनके द्वारा मृत गायों को सड़क के किनारे करवाया गया कुछ वर्ष पहले भी इस प्रकार की घटनाएं लगातार हो रही थी, जिसके बाद तात्कालिक बलरामपुर रामानुजगंज जिले के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अन्य मार्गों में बैठे रहने वाले मवेशियों के गले में रेडियम पट्टा लगवाया था ताकि दूर से ही उनके बैठे होने का रात में पता चल सके इसके बाद से घटनाओं में काफी कमी आ गई थी।
[ad_2]
Source link
Discover more from सच्चा दोस्त न्यूज़
Subscribe to get the latest posts sent to your email.