प्रवेश का रोमांच, कालेजों की डाटागीरी, कैंपस में झूमे स्टूडेंट्स

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अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय से संबद्ध 121 कालेजों में बुधवार को प्रवेश का अंतिम दिन था। कुल 54 हजार सीटों के मुकाबले 80 हजार छात्रों ने पंजीयन कराया, लेकिन केवल 22 हजार ने ही प्रवेश संभव हुआ। युवाओं में प्रवेश को लेकर रोमांच साफ झलका। प्रवेश कन्फर्म होने के बाद कैंपस में खुशी से झूम उठे।

By Dhirendra Kumar Sinha

Publish Date: Thu, 01 Aug 2024 09:56:23 AM (IST)

Updated Date: Thu, 01 Aug 2024 09:56:23 AM (IST)

प्रवेश का रोमांच, कालेजों की डाटागीरी, कैंपस में झूमे स्टूडेंट्स
admissions

HighLights

  1. कालेजों में अंतिम दिन प्रवेश, 54 में 22 हजार सीटें भरी
  2. सरकारी में स्थिति ठीक, प्राइवेट में दाखिला कम
  3. प्रवेश के अंतिम दिन कालेज कैंपस में जबरदस्त भीड़
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। शिक्षण सत्र 2024-25 में प्रवेश को प्राइवेट कालेजों में स्थिति गंभीर है, जबकि सरकारी कालेजों में स्थिति ठीक है। कई कालेजों ने आनलाइन प्रवेशियों का डाटा अपलोड नहीं किया, जिससे आंकड़ों में अंतर हो सकता है। छात्र नेताओं ने प्रवेश तिथि में वृद्धि की मांग की है। बता दें कि बड़ी संख्या में सीटें खाली रह गई हैं। सरकारी कालेजों में स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है, लेकिन प्राइवेट कालेजों में मामला गंभीर बना हुआ है।

प्रवेश प्रक्रिया के दौरान यह भी सामने आया कि अधिकांश कालेजों ने छात्रों का प्रवेश तो ले लिया है, लेकिन आनलाइन प्रवेशियों का डाटा विश्वविद्यालय के पोर्टल में अपलोड नहीं किया है। इस कारण से वास्तविक आंकड़ों में अंतर संभव है। यह समस्या प्राइवेट कालेजों में ज्यादा देखने को मिल रही है, जिससे प्रवेश की प्रक्रिया में पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।

प्रवेश तिथि में वृद्धि की मांग

बिलासपुर, मुंगेली, जीपीएम और कोरबा जिले के कालेजों के छात्र नेताओं ने शासन से प्रवेश तिथि में वृद्धि की मांग की है। उन्होंने तर्क दिया कि छात्रों को पर्याप्त समय नहीं मिल पाया और अंतिम दिन की भीड़ ने भी प्रवेश प्रक्रिया को प्रभावित किया है। छात्र नेताओं का कहना है कि अगर प्रवेश तिथि को बढ़ाया जाता है तो अधिक छात्र कालेजों में प्रवेश ले पाएंगे और सीटें भी भर सकेंगी। कालेजों में 31 अगस्त तक प्रवेश की मांग किया है। प्रवेश के अंतिम दिन कालेज कैंपस में जबरदस्त भीड़ देखी गई। प्रमुख रूप से शासकीय ई-राघवेंद्र राव पीजी विज्ञान महाविद्यालय, शासकीय बिलासा कन्या पीजी महाविद्यालय, शासकीय जेपी वर्मा कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में सबसे ज्यादा मांग रही। इसके बाद सीएमडी पीजी महाविद्यालय, डीपी विप्र पीजी महाविद्यालय और डीएलएस पीजी कालेज, एलसीआइटी, डीएलएस व एसबीटी कालेज में भीड़ दिखी। कुछ कालेजों में तो प्रवेश प्रक्रिया शाम तक चलती रही।

प्रवेश पर प्रमुख जानकारी

विवरण संख्या

कुल कालेज 121

सरकारी 54

प्राइवेट 67

कुल सीटें 54,210

पंजीकृत छात्र 80,653

प्रवेशित छात्र 22,967

खाली सीटें 31,243

सरकारी व प्राइवेट कालेजों की स्थिति

कालेज कुल कालेज पंजीकृत छात्र प्रवेशित छात्र

सरकारी 54 50,005 14,928

प्राइवेट 67 30,648 8,039

मुख्य कालेजों में यूजी सीट कालेज सीट संख्या

जेपी वर्मा 1380

साइंस कॉलेज 570

माता सबरी गर्ल्स 440

बिलासा गर्ल्स 1280

सीएमडी 1540

डीपी विप्र 1390

एसबीटी 560

यूटीडी में स्थिति ठीक नहीं

अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में इस साल कम्प्यूटर साइंस और कामर्स विभाग को छोड़कर अन्य पांच विभागों में प्रवेश को लेकर स्थिति ठीक नहीं रही। अंतिम दिन प्रवेश के बाद लगभग सभी विभागों में सीट रिक्त हैं। जिसके कारण विश्वविद्यालय प्रबंधन की चिंता निश्चित तौर पर आने वाले दिनों में बढ़ेंगी। टाप क्लास पाठयक्रम जैसे माइक्रोबायलाजी, फूड प्रोसेसिंग, होटल मैनेजमेंट एवं योगा में बड़ी संख्या में सीट खाली है।

वर्जन

कालेजों में प्रवेश की प्रक्रिया अब समाप्त हो चुकी है। शासन से कोई नया आदेश जारी नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में सीटें रिक्त रहेंगी। छात्रों ने प्रवेश तिथि में वृद्धि को लेकर मांग रखी है, अब देखते हैं आगे। फिलहाल हमारा प्रयास प्रवेश के बाद अब नियमित कक्षाओं का संचालन होगा। डा.तरुणधर दीवान परीक्षा नियंत्रक, अटल बिहारी वाजपेयी विवि

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