मोबाइल टॉवर पर चढ़ा किसान,:परिजनों ने किया चक्का जाम,खेत पर जाने को नहीं मिल रहा हैं रास्ता, : दो बार कलेक्ट्रेट में शिकायत के साथ फैला चुका हैं मूंगफली

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तहसीलदार व रेंजर की समझाइश के बाद भी नीचे नहीं उतरा युवक

*पिछोर।* पिछोर अनुविभाग के ऊमरीकलां गांव में एक किसान अपनी मांग को लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ गया। बता दें कि किसान के खेत पर जाने के लिए रास्ता नहीं दिया जा रहा हैं। इसको लेकर किसान दो बार शिकायतें कलेक्टर के पास जनसुनवाई में कर चुका है। लेकिन फिर भी सुनवाई नहीं हुई तो बुधवार को किसान गांव के मोबाइल टॉवर पर चढ़ गया। 

फारेस्ट विभाग पर रास्ता बंद करवाने का आरोप

ऊमरीकलां गांव के रहने वाले जगत सिंह लोधी की पत्नी दीप्ती लोधी ने बताया कि हमारी 14 बीघा जमीन फॉरेस्ट की जमीन से लगी हुई है, जिसका पिछले साल सीमांकन भी कराया था, लेकिन उसकी जमीन का रास्ता फॉरेस्ट की जमीन से होकर जाता है। इसके अतिरिक्त उसकी जमीन तक पहुंचने के लिए एक रास्ता ओर भी हैं। लेकिन फारेस्ट विभाग के अधिकारियों ने रेंज होकर खेत जाने वाले रास्ते पर कुछ लोगों से मूंगफली की फसल की बुआई करवा दी है। जिससे वह रास्ता भी बंद हो गया हैं। जब भी खेत पर जाने का प्रयास करते हैं तो दबंग रास्ते पर मारपीट को अमादा हो जाते हैं। 

दो बार कलेक्ट्रेट में फैला चुका हैं मूंगफली का बीज

उल्लेखनीय हैं कि जगत सिंह लोधी इससे पहले 14 जुलाई और 30 जुलाई को जिला मुख्यालय पर आयोजित जनसुनवाई में पहुंचकर खेत पर जाने के लिए रास्ता खुलवाए जाने की मांग कर चुका हैं। उस समय उसे अपने खेत में मूंगफली का बीज बोना था। लेकिन वह अपने खेत तक नहीं पहुंच रहा था। दोनों ही बार जगत सिंह ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में मूंगफली के बीज को फैला दिया था। दोनों ही बार उसे प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा आश्वासन मिला था। लेकिन फिर भी उसकी सुनवाई नहीं हुई। इसी के चलते बुधवार को जगत सिंह अपनी परेशानी को लेकर मोबाइल टॉवर पर चढ़ गया।  

परिजनों ने मनपुरा-खोड़ मार्ग लगाया जाम

जानकारी के मुताबिक़ जगत सिंह लोधी की जब मांग पूरी नहीं हुई तब बुधवार को वह गांव के मोबाइल टॉवर पर दोपहर 2 बजे चढ़ गया। करीब डेढ़ घंटे के बाद प्रशासन मौक़े पर पहुंचा जहाँ उसको उतारने का प्रयास किया लेकिन युवक उतरने को तैयार नहीं था युवक होनी जिद पर अड़ा है कि ज़ब तक मुझे रास्ता नहीं मिलेगा तब तक मैं नीचे नहीं उतरूँगा।

काफ़ी समझाइश के बाद ज़ब किसान नीचे नहीं उतरा तो मौक़े ओर पहुंचे रेंजर अनुराग तिवारी, तहसीलदार शिवमंगलसिंह गुर्जर, भौंती थाना प्रभारी गीतेश शर्मा मय फोर्स के उस विवादित जमीन पर पहुँचे जहाँ पर अन्य लोगों ने रास्ते पर कब्ज़ा कर रखा था लेकिन देर शाम तक प्रशासन किसान को रास्ता नहीं दिला पाया।

जेसीबी के आगे लेट गया परिवार

खम्बे पर चढ़े किसान की जिद के बाद ज़ब प्रशासनिक अमला विवाद जगह पर पहुंचा जहाँ उन्होंने फारेस्ट की जमीन पर कब्जा किये गए रास्ते को हटाने की कार्यवाही शुरु की ही थी कि जिन लोगों के द्वारा उक्त भूमि पर कब्जा किया गया था उनका परिवार जेसीबी के आगे लेट गया और वह परिवार भी जिद पर अड़ गया कि हम यहाँ से कब्जा नहीं हटाने देंगे यदि यहाँ पर जेसीबी चलाई तो हम अपनी जान दें देंगे।

फारेस्ट की जमीन पर कब्जा किये गए परिवार का कहना था कि मेरे पास जीविका के लिए अन्य कोई जमीन नहीं है इसी फ़सल से मेरे परिवार का भरण पोषण होगा यदि ये फ़सल उजड़ जाती है तो हम सड़क पर आ जाएंगे। साथ ही उक्त परिवार इस जिद पर भी अड़ा था कि केवल मेरे द्वारा ही फारेस्ट की जमीन पर कब्जा नहीं किया पूरी रेंज में दर्जनों लोगों ने कब्जा कर रखा है आप सभी का कब्जा हटाओ इसके बाद मेरा कब्जा हटाना।

खबर लिखें जाने तक न तो किसान जगतसिंह लोधी खम्बे से उतरा है और न ही प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का अतिक्रमण हटा पाया है फिलहाल प्रशासन भी देर रात तक जंगल में ही अतिक्रमण हटाने के लिए ठहरा हुआ था।

इनका कहना है।

हम चार बजे से मौक़े पर ही रास्ता खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं, किसान को भी टावर से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।

शिवमंगल सिंह गुर्जर, तहसीलदार पिछोर


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