[ad_1]
इजरायल के तोहर बुटबुल का अल्जीरिया के मेसाउद रेडौने ड्रिस से मुकाबला था। ड्रिस उनसे प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहते थे। आधिकारिक तौर पर ड्रिस का वजन 73 किलोग्राम वर्ग में स्वीकार्य वजन से 400 ग्राम ज्यादा था। लेकिन सोमवार को ले एरिना चैंप्स डे मार्स में हुई घटना गाजा में संघर्ष के मद्देनजर पेरिस ओलंपिक में इजरायल के एक एथलीट को नजरअंदाज करने का एक और उदाहरण था।
इजरायली दल से अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा
पेरिस ओलंपिक में इजरायली दल से अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा है। उद्घाटन समारोह से कुछ दिन पहले फ्रांस इनसोमिस पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले संसद सदस्य थॉमस पोर्टेस ने कहा था कि पेरिस ओलंपिक में इजरायली एथलीटों की जरुरत नहीं है। पेरिस मेट्रो नेटवर्क के अंदर इजरायल पर प्रतिबंध की मांग करने वाले स्टिकर कई ट्रेनों के दरवाजों पर चिपकाए गए हैं। जिसमें लिखा था नरसंहार ओलंपिक खेन नहीं है।
हालांकि, ये पहली या दूसरी तरफ नहीं बल्कि फुटबॉल मैच के दौरान इजरायली टीम को फैंस की हूटिंग का शिकार होना पड़ा। वहीं ये सब तब हुआ जब मैच से पहले इजरायल का राष्ट्रगान चल रहा था। उस दौरान फैंस ने हिटलर जिंदाबाद के नारे भी लगाए।
[ad_2]
Source link
Discover more from सच्चा दोस्त न्यूज़
Subscribe to get the latest posts sent to your email.