[ad_1]
Also Read: Iranian Supreme Leader Warns: तेहरान में खौल रहा है बदले का जुनून, नसरल्लाह ने दी खौफनाक चेतावनी!
मुस्लिम पक्ष ने कहा हमे प्रशासन पर नहीं है भरोसा
बताते चलें कि शहर ए मुफ्ती डॉ. अब्दुल बातिन नोमानी इस मामले में टिप्पणी करते हुए कहा कि ज्ञानवापी क्षेत्र परिसर में कोई नया काम होगा तो इसमें मसाजिद कमेटी, अंजुमन इंतेजामिया और मंदिर न्यास की सहमति जरूरी होती है. बिना किसी जानकारी मंदिर प्रशासन की ओर से गेट नंबर चार के पास गेट लगवाया जा रहा था. हमें प्रशासन पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन मुस्लिम समुदाय को मस्जिद में जाने देने से रोकने और संख्या को कम करने के लिए ऐसा कर रहा है. अलग गेट लगने के बाद उसमें ताला लगने और बंद किए जाने की संभावना अधिक होगी.
उपजिलाधिकारी ने कहा दोनों समुदायों की भीड़ को संभालने के लिए लगाया जा रहा था दरवाजा
इस मामले के बारे में मीडिया से बात करते हुए श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के उपजिलाधिकारी शंभूनाथ ने बताया कि शुक्रवार को दोनों समुदायों की आने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व भीड़ प्रबंधन की दृष्टि से एक अस्थायी गेट लगाया जा रहा था जिससे कि भीड़ को आसानी से एक तरफ से प्रवेश देकर, दूसरी तरफ से निकाला जा सके.
Also Read: Bindi designs for face shapes: जानिए आपके चेहरे पर किस तरह की बिन्दी अच्छी लगेगी
[ad_2]
Source link
Discover more from सच्चा दोस्त न्यूज़
Subscribe to get the latest posts sent to your email.