Airport: पत्‍नी की हरसत और ₹60 लाख के बीच मेकअप बना मुसीबत, दंपति हुआ अरेस्‍ट

[ad_1]

IGI Airport Police: एक शख्‍स अपनी पत्‍नी की हसरत को पूरी करने के चक्‍कर में रुपयों को पानी की तरह बहाता चला गया. करीब 60 लाख रुपए खर्च करने के बाद जब हरसत पूरी होने का मौका आया तो मेकअप ने बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी. हालात यहां तक पहुंच गए कि पति और पत्‍नी को पहले लंबी पूछताछ का सामना करना पड़ा और फिर दोनों को कुछ समयांतराल में गिरफ्तार कर लिया गया. जी हां, यह मामला दिल्‍ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट का है.

दरअसल, लखनऊ के मोती नगर में रहने वाली 22 वर्षीय अर्चना कौर ने जिद पकड़ ली थी कि उसे किसी भी कीमत में लखनऊ में नहीं रहना है. जिद सिर्फ लखनऊ में न रहने तक सीमित होती, तब भी उसके पति गुरुसेवक के लिए ठीक होता, लेकिन जिद की अगली शर्त यह थी कि उसे भारत के किसी भी गांव, कस्‍बे और शहर में नहीं रहना है. अर्चना कौर की हरसत कनाडा में बसने की थी और उसने अपनी यह हसरत अब खुल कर अपने पति गुरुसेवक को बता दी थी.

अपनी पत्‍नी की हरसत जानने के बाद गुरुसेवक के सपनों में भी अब कनाडा आने लगा था. कल तक पत्‍नी की जिद अब गुरुसेवक की भी हरसत बन चुकी थी. अब समस्‍या यह थी कि कनाडा में बसा कैसे जाए. तमाम कोशिशों के बावजूद गुरुसेवक और अर्चना को कनाडा का वीजा नहीं मिला, जिसके बाद उन्‍होंने गैरकानूनी तरीके से कनाडा जाने का फैसला कर लिया. इसी बीच, गुरुसेवक और अर्चना की मुलाकात पीलीभीत के जगजीत सिंह उर्फ जग्‍गी से हुई.

आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि जग्‍गी ने 60 लाख रुपए के एवज में दो ऐेसे पासपोर्ट उपलब्‍ध करा दिए, जिसमें कनाडा का वीजा लगा हुआ था. इसमें पहला पासपोर्ट 67 वर्षीय हरविंदर सिंह और दूसरा पासपोर्ट हरजीत कौर के नाम पर जारी हुए था. लेकिन समस्‍या यहां खत्‍म नहीं हुई थी. पासपोर्ट में हरविंदर सिंह की उम्र 67 थी, जबकि गुरुसेवक की उम्र कुल जमा 24 साल ही थी. अब 43 साल के इस अंतर को कैसे पाटा जाए.

यह भी पढ़ें: सिर्फ 10 सालों में बदल गई डायल की नीयत, बूढ़ी इमारतों पर हुआ अपग्रेडेशन का मेकअप, अब नतीजा सबके सामने… इंदिरा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट टर्मिनल वन डी की छत ढह जाने के बाद अतीत में दफन हो चुकी कई बातें सामने आना शुरू हो चुकी है. इन बातों में एक बात दिल्‍ली एयरपोर्ट के मास्‍टर प्‍लान 2006 की भी है. यह वही मास्‍टर प्‍लान है, जिसको दिखाकर दिल्‍ली एयरपोर्ट के सवर्णिम भविष्‍य के सपने दिखाए गए थे. समय के साथ, डायल का मन बदलता गया और इस प्‍लान से एक-एक कर कई महत्‍वपूर्ण चीजें गायब होती गई. डायल का असल मकसद 2017 में मास्‍टर प्‍लान 2016 के रूप में सामने आया और इस मास्‍टर प्‍लान को देखकर सभी चौंक गए. 2006 के मास्‍टर प्‍लान में क्‍या था और 201 के मास्‍टर प्‍लान में क्‍या हो गया, जानने के लिए करें क्लिक.

उन्‍होंने बताया कि उम्र के इस अंतर को पाटने के लिए गुरुसेवक ने दिल्‍ली के एक मेकअप आर्टिस्‍ट को खोज निकाला. मेकअप आर्टिस्‍ट भी जबरदस्‍त था, उसने भी गुरुसेवक को 67 साल का बना दिया. इसके बाद, अर्चना और गुरुसेवक एयरपोर्ट पहुंच गए. यहां पर दोनों ने एक दूसरे से थोड़ी बना ली थी. एयरपोर्ट पर दाखिल होते समय सीआईएसएफ इंटेलिजेंस की नजर गुरुसेवक पर टिक गई. बातचीत के दौरान, गुरुसेवक की आवाज और चेहरे की स्किन ने सीआईएसएफ के शक को पुख्‍ता कर दिया.

इसी बीच, गुरुसेवक को सीआईएसएफ की गिरफ्त में फंसता देख अर्चना एयरपोर्ट से भाग खड़ी हुई. कुछ देर की पूछताछ के बाद सीआईएसएफ ने गुरुसेवक को आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस को हवाले कर दिया. वहीं पुलिस की पूछताछ के दौरान, जब अर्चना का नाम सामने आया तो उसे भी एयरपोर्ट के समीप से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान, गुरुसेवक और अर्चना ने जो खुलासे किए उसे जान एक बार एयरपोर्ट पुलिस भी हैरान रह गई.

Tags: Airport Diaries, Airport Security, CISF, Delhi airport, Delhi police, IGI airport

[ad_2]

Source link


Discover more from सच्चा दोस्त न्यूज़

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply

Back To Top

Discover more from सच्चा दोस्त न्यूज़

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading