
नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र बुधवार को अपने तीसरे दिन में प्रवेश कर गया। 1 दिसंबर से शुरू हुए इस सत्र में पिछले दो दिनों में विपक्ष के लगातार विरोध और हंगामे देखे गए। मुख्य मुद्दों में SIR (सर्वे ऑफ इलेक्टोरल रोल) और वंदे मातरम शामिल हैं। सरकार और विपक्ष के बीच बहस को सुचारु रूप से चलाने पर सहमति बनने के बाद आज उम्मीद है कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों में कामकाज नियमित रहेगा।
विपक्ष ने उठाए कई मुद्दे
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने संसद में कहा कि अरावली हिल्स के खनन और कंक्रीट की दीवारों ने दिल्ली की हवा को जहरीला बना दिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी कार में ऑक्सीजन सिलेंडर रखना शुरू कर दिया है, क्योंकि राजधानी में प्रदूषण का स्तर अभी भी उच्च है।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार समाज के खिलाफ काम कर रही है, ऐसे में विपक्ष अपनी चिंताएं उठाएगा। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने के बजाय देश की वास्तविक रणनीतिक चुनौतियों पर ध्यान देना चाहिए।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि आज का विरोध प्रदर्शन संघीय ढांचे के कमजोर होने और मनरेगा की बकाया राशि जैसे गंभीर मुद्दों पर केंद्रित था।
वहीं, बीजेपी सांसद गिरीराज सिंह ने विपक्ष के रुख को नाटक करार देते हुए कहा कि ये लोग केवल मीडिया का ध्यान खींचने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
SIR पर चर्चा से पहले विपक्ष की बैठक
JMM सांसद महुआ मांझी ने बताया कि SIR पर चर्चा 9 दिसंबर को होने वाली है। विपक्ष आज मीटिंग कर यह तय करेगा कि बहस कितनी सार्थक हो और देश को इस पर क्या प्रतिक्रिया मिलेगी।
अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम
- लोकसभा और राज्यसभा में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी गई।
- वायु प्रदूषण के विरोध में कई विपक्षी सांसद मास्क पहनकर संसद पहुंचे।
- ‘संचार साथी’ ऐप पर विपक्ष ने खुलकर विरोध जताया। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने इसे नागरिकों की प्राइवेसी के लिए खतरा बताया और इसे अलोकतांत्रिक करार दिया।