
जयपुर (एसडी न्यूज़ एजेंसी): राजस्थान की राजधानी जयपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक बार-बार जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट जाता था और बिना किसी नौकरी या व्यवसाय के रईसों जैसी जिंदगी जी रहा था। उसकी संदिग्ध गतिविधियों पर पुलिस की नजर पड़ी, जिसके बाद उसे हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई, तो ऐसा खुलासा हुआ जिसने पुलिस को भी चौंका दिया।
कैसे पुलिस के शक के घेरे में आया युवक?
जयपुर पुलिस को कई दिनों से एयरपोर्ट पर एक युवक की लगातार आवाजाही पर संदेह हो रहा था। वह बिना किसी स्पष्ट कारण के बार-बार एयरपोर्ट जाता और महंगी जीवनशैली जीता था। जब पुलिस ने उसे रोका और पूछताछ की, तो उसकी कमाई का तरीका जानकर अधिकारियों के होश उड़ गए।
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने किया बड़ा खुलासा
राजस्थान पुलिस मुख्यालय की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए इस अंतर्राष्ट्रीय साइबर ठगी रैकेट का पर्दाफाश किया। टीम ने सिरसी रोड से यशवंत सिंह पंवार नाम के युवक को गिरफ्तार किया, जो जयपुर के शास्त्री नगर की गुर्जर कॉलोनी में रहता है।
क्या मिला पुलिस के हाथ?
गिरफ्तार किए गए युवक के पास से 61 सक्रिय मोबाइल सिम कार्ड और दो मोबाइल फोन बरामद हुए। पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ शुरू कर दी है। यह कार्रवाई AGTF के एडिशनल एसपी सिद्धांत शर्मा के निर्देशन में हेडकांस्टेबल हेमंत शर्मा की सूचना पर की गई।
दुबई से जुड़े हैं इस गिरोह के तार
पूछताछ में सामने आया कि यशवंत पंवार दुबई में बैठे साइबर ठगी गिरोह के सरगना के इशारे पर काम करता था। वह अरुणाचल प्रदेश और असम से बड़ी संख्या में मोबाइल सिम मंगवाता था, जो फर्जी नाम और पते पर जारी की जाती थीं।
कैसे काम करता था गैंग?
- फर्जी सिम खरीदारी: अरुणाचल प्रदेश और असम से फर्जी आईडी पर सिम कार्ड खरीदे जाते थे।
- कोरियर से सप्लाई: इन सिम कार्ड्स को कोरियर के जरिए जयपुर मंगवाया जाता था।
- दुबई में ठगी के लिए इस्तेमाल: इन सिम कार्ड्स को दुबई भेजा जाता था, जहां से साइबर ठग इन्हें इस्तेमाल कर लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाते थे।
- फ्लाइट्स का इस्तेमाल: सिम कार्ड्स को जयपुर एयरपोर्ट से फ्लाइट के जरिए दुबई भेजा जाता था।
अब पुलिस कर रही गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश
पुलिस को शक है कि इस गिरोह में और भी कई लोग शामिल हैं, जो भारत में बैठकर इस साइबर ठगी के नेटवर्क को संचालित कर रहे हैं। राजस्थान पुलिस अब यशवंत पंवार से जुड़े अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है और गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रही है।