फरीदाबाद, 17 फरवरी (sd news agency)। 38वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेले में विभिन्न देशों की कला एवं संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिला। मध्य अफ्रीकी देश कैमरून सहित अन्य देशों के लोक कलाकारों ने अपने पारंपरिक नृत्य और गायन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
हरियाणा पर्यटन निगम और कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की ओर से मेले में छोटी और बड़ी चौपाल पर लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जा रहे हैं। सोमवार को बड़ी चौपाल पर कैमरून के लोक कलाकारों ने अपनी पारंपरिक प्रस्तुतियों से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई।
देश-विदेश की सांस्कृतिक झलकियां बनीं आकर्षण का केंद्र
मेले में भारत के विभिन्न राज्यों और अन्य देशों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आकर्षण का केंद्र बनीं। पारंपरिक वेशभूषा, संगीत और नृत्य के माध्यम से कलाकारों ने अपनी समृद्ध संस्कृति को जीवंत कर दिया।
सूरजकुंड मेला न केवल शिल्प और हस्तकला का वैश्विक मंच है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय संस्कृति के आदान-प्रदान का भी शानदार अवसर प्रदान करता है। मेले में विभिन्न देशों के लोक कलाकार अपनी संस्कृति, संगीत और कला से भारतीय दर्शकों को एक नई अनुभूति प्रदान कर रहे हैं।
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