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पश्चिम बंगाल के 23 जिलों में 3000 युवाओं को नौकरी और 20,000 लोगों को रोजगार देने की योजना
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पश्चिम बंगाल के 23 जिलों में 3000 युवाओं को नौकरी और 20,000 लोगों को रोजगार देने की योजना

कोलकाता, 20 मार्च एसडी न्यूज एजेंसी  –: लुनिया विनायक ग्रुप ऑफ कंपनीज ने पश्चिम बंगाल के 23 जिलों में ब्रांच कार्यालय खोलने और 3000 युवाओं की भर्ती करने की घोषणा की है। कंपनी के चेयरपर्सन विनायक जैन लुनिया ने बताया कि यह योजना डिजिटल इंडिया प्रोग्राम और MSME मंत्रालय के उद्यमी प्रोत्साहन कार्यक्रम के तहत चलाई जाएगी। कंपनी का लक्ष्य 20,000 लोगों को उद्यमी बनाकर रोजगार देना है। जल्द ही राज्य सरकार से संपर्क कर इस योजना का विस्तार किया जाएगा। सिलीगुड़ी से होगा तेज विस्तार लुनिया ने बताया कि सिलीगुड़ी स्थित कार्यालय राज्य में रोजगार सृजन को गति देगा। कंपनी निम्नलिखित क्षेत्रों में कार्य करेगी: मीडिया संबंधित कार्य विज्ञापन एवं मार्केटिंग एजेंसी लीगल सर्विसेस आईटी एवं सॉफ्टवेयर सेवाएँ इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन एवं विक्रय प्रोफेशनल एजुकेशन संस्थान भारतीय पारंपरिक कला एवं...
पश्चिम बंगाल सरकार ने कर्मचारियों के लिए 6,800 रुपये के तदर्थ बोनस को दी मंजूरी
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पश्चिम बंगाल सरकार ने कर्मचारियों के लिए 6,800 रुपये के तदर्थ बोनस को दी मंजूरी

कोलकाता, 19 मार्च एसडी न्यूज एजेंसी  पश्चिम बंगाल सरकार ने अपने कर्मचारियों के एक वर्ग को 6,800 रुपये का तदर्थ बोनस देने का निर्णय लिया है। यह बोनस उन कर्मचारियों को मिलेगा जो किसी उत्पादकता से जुड़े बोनस प्रणाली के तहत नहीं आते हैं और जिनका मासिक वेतन मार्च महीने में 44,000 रुपये से कम है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को जानकारी दी कि इस संबंध में वित्त विभाग द्वारा मंगलवार को आदेश जारी किया गया। आदेश के अनुसार, मुस्लिम समुदाय के कर्मचारियों को ईद-उल-फितर से पहले इस महीने के अंत तक बोनस प्रदान किया जाएगा, जबकि अन्य कर्मचारियों को 15 से 19 सितंबर के बीच यह बोनस दिया जाएगा। सरकार के इस फैसले से बड़ी संख्या में राज्य कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।...
स्वच्छ भारत के साथ रेलवे में भी ‘स्वच्छ रेल अभियान’ की आवश्यकता
Madhya Pradesh, National News, West Bengal

स्वच्छ भारत के साथ रेलवे में भी ‘स्वच्छ रेल अभियान’ की आवश्यकता

हावड़ा, 01 मार्च 2025 (एसडी न्यूज़ एजेंसी)। स्वच्छ भारत अभियान देशभर में तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन देश के सबसे बड़े यातायात संसाधन रेलवे की स्वच्छता पर भी सरकार को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। सरकार के आह्वान पर लोग अपने घरों, गलियों और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन रेलवे में ‘स्वच्छ रेल अभियान’ शुरू करने की भी सख्त जरूरत है। रेलवे यात्रा के दौरान यात्रियों को स्वच्छता नियमों का पालन करना होगा, वहीं रेलवे सफाई कर्मियों को भी समय-समय पर ट्रेन के टॉयलेट और कोचों की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। खासकर लंबी दूरी की ट्रेनों में सफाई की स्थिति काफी खराब रहती है। अगर रातभर की यात्रा वाली ट्रेनें सुबह अपने गंतव्य पर पहुंचती हैं, तो उनमें सफाई की समस्या अपेक्षाकृत कम होती है। लेकिन लंबी दूरी की ट्रेनों में सफाई की घोर उपेक्षा देखी जाती है। उद...
शिप्रा एक्सप्रेस के स्लीपर कोच की हालत जनरल डिब्बे से भी बदतर
Madhya Pradesh, National News, Uttar Pradesh, West Bengal

शिप्रा एक्सप्रेस के स्लीपर कोच की हालत जनरल डिब्बे से भी बदतर

इंदौर से 27 फरवरी को चलने वाली 22911 शिप्रा एक्सप्रेस के स्लीपर कोच की स्थिति बेहद दयनीय रही। यात्रियों को ऐसा महसूस हुआ जैसे वे रिजर्वेशन कराने के बावजूद जनरल डिब्बे में यात्रा कर रहे हों। रेलवे प्रशासन द्वारा हाल ही में स्लीपर कोच में वेटिंग लिस्ट यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था, जिससे रेलवे ने अतिरिक्त किराया वसूलने का अवसर तो पा लिया, लेकिन यात्री सुविधाओं में कोई सुधार नहीं किया। स्थानीय एवं बिना रिजर्वेशन वाले यात्रियों के भारी दबाव के चलते स्लीपर कोच में अव्यवस्था का माहौल बन गया। हालात यह थे कि रिजर्व सीटों पर भी अनधिकृत यात्री काबिज हो गए, जिससे वास्तविक यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसा प्रतीत होता है कि रेलवे प्रशासन स्थानीय यात्रियों के आगे नतमस्तक हो गया है और स्लीपर कोच की अव्यवस्था पर ध्यान नहीं दे रहा है। रेलवे प्रशा...
इंदौर-हावड़ा शिप्रा एक्सप्रेस रद्द, सैकड़ों यात्री परेशान
Madhya Pradesh, West Bengal

इंदौर-हावड़ा शिप्रा एक्सप्रेस रद्द, सैकड़ों यात्री परेशान

इंदौर एस डी नयूज एजेनसी। इंदौर से हावड़ा जाने वाली शिप्रा एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 22911) के 22 फरवरी को अचानक रद्द होने से सैकड़ों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रेन के निरस्त होने की सूचना मिलते ही इंदौर रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। विशेष रूप से युवा यात्रियों की लंबी कतारें टिकट रद्द कराने के लिए देखी गईं। गौरतलब है कि इंदौर से भोपाल, कटनी, प्रयागराज होते हुए गया के रास्ते हावड़ा जाने वाली यह एकमात्र सीधी ट्रेन थी। इसके रद्द होने से यात्रियों को वैकल्पिक साधन खोजने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई यात्री रेलवे प्रशासन से उचित समाधान की मांग कर रहे हैं, ताकि उनकी यात्रा सुगम हो सके। रेलवे सूत्रों के अनुसार, ट्रेन रद्द होने का कारण तकनीकी समस्या या अन्य परिचालन संबंधी कारण हो सकता है। हालांकि, यात्रियों को इसकी अग्रिम सूचना न मिलने से वे असमंजस की स्थित...

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