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मार्च 1990 में भारत में घटित प्रमुख अपराधों की विस्तृत रिपोर्ट
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मार्च 1990 में भारत में घटित प्रमुख अपराधों की विस्तृत रिपोर्ट

मार्च 1990 का महीना भारत में कई गंभीर अपराधों और हिंसक घटनाओं का साक्षी रहा। इनमें से कुछ घटनाएं राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बनीं और न्याय प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण साबित हुईं। इस रिपोर्ट में मार्च 1990 में घटित प्रमुख अपराधों की विवेचना की गई है। 1. हेतल पारिख हत्याकांड (5 मार्च 1990) कोलकाता में 5 मार्च 1990 को 15 वर्षीय हेतल पारिख की उनके अपार्टमेंट के चौकीदार धनंजय चटर्जी द्वारा हत्या कर दी गई थी। इस जघन्य अपराध में हेतल के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। यह घटना पश्चिम बंगाल में महिला सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण मामला बना। प्रमुख तथ्य: अपराधी: धनंजय चटर्जी (अपार्टमेंट चौकीदार) पीड़िता: हेतल पारिख (15 वर्ष) अपराध स्थल: कोलकाता अपराध का स्वरूप: बलात्कार और हत्या न्यायिक प्रक्रिया: 14 अगस्त 2004 को धनंजय चटर्जी को फांसी दी गई यह मामल...
विशेष रिपोर्ट: जनवरी 1990 की आपराधिक घटनाएं
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विशेष रिपोर्ट: जनवरी 1990 की आपराधिक घटनाएं

क्राइम सीरीज़ 1990-2025: सच्चा दोस्त न्यूज़ की अपराध समीक्षा रिपोर्ट नई दिल्ली –जनवरी 1990 भारतीय इतिहास में एक ऐसे माह के रूप में दर्ज हुआ जिसे कई आपराधिक घटनाओं के कारण गहराई से याद किया जाता है। इन घटनाओं ने समाज में उथल-पुथल मचाई और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए। यह रिपोर्ट उस समय की कुछ प्रमुख आपराधिक घटनाओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान करती है। 1. कश्मीर घाटी में आतंकवाद का उभार जनवरी 1990 में कश्मीर घाटी में आतंकवाद और उग्रवाद की स्थिति नाटकीय रूप से बढ़ी। 19 जनवरी को कश्मीरी पंडितों का सामूहिक पलायन, जो उग्रवादी धमकियों और हमलों के कारण हुआ, ने पूरे देश को झकझोर दिया। लाखों कश्मीरी पंडितों को अपनी भूमि और घर छोड़कर पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस दौरान कई निर्दोष नागरिकों की हत्याएं भी की गईं, और स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि सेना और पुलिस को विशेष अभियान चलाने...

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