
रतलाम, 01 मई 2025 | एसडी न्यूज़ एजेंसी
“जल ही जीवन है” – यह वाक्य गर्मी के इस तीव्र मौसम में और भी प्रासंगिक हो जाता है। जब तापमान लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में रेल यात्रियों को राहत देने की दिशा में पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल ने सराहनीय कदम उठाया है।
मंडल रेल प्रबंधक के निर्देशन में रतलाम मंडल के वाणिज्य विभाग ने प्लेटफार्मों पर शीतल जल की सुगमता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक पहल की है। गर्मी के दौरान यात्रियों को कोच के समीप ही ठंडा पानी मिले, इसके लिए 11 प्रमुख स्टेशनों पर मटके के शीतल जल की विशेष व्यवस्था की गई है।
सामाजिक संगठनों की भागीदारी से बढ़ रही सेवा की ताकत
विभिन्न सामाजिक एवं गैर-सरकारी संगठनों की सहायता से रतलाम मंडल ने अब तक कुल 14 संस्थाओं को शीतल जल वितरण की अनुमति दी है। इनमें रतलाम, नागदा और मंदसौर स्टेशनों पर दो-दो संस्थाएं कार्यरत हैं, जबकि दलोदा, बड़नगर, सीहोर, जावरा, निम्बाहेड़ा, डॉ. अंबेडकर नगर, पिपलिया एवं उज्जैन रेलवे स्टेशनों पर एक-एक संस्था द्वारा यह सेवा दी जा रही है।
ट्रॉली से कोच तक पानी – अब नहीं उठानी पड़ेगी बोतल भरने की मशक्कत
प्रत्येक स्टेशन पर ट्रॉली की सहायता से कोच के पास ही मटके का शीतल जल पहुंचाया जा रहा है। इन ट्रॉलियों को खासतौर पर ऐसे स्थानों पर तैनात किया गया है, जहां खानपान स्टॉल या वॉटर बूथ कोच से दूर हैं, ताकि यात्रियों को पेयजल प्राप्त करने में असुविधा न हो।
वॉटर कूलर और वॉटर बूथ पर विशेष निगरानी
स्टेशनों पर लगे वॉटर कूलर की कार्यशीलता की नियमित जांच की जा रही है। वॉटर बूथों पर पानी की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ, सभी खानपान स्टॉलों को भी स्टॉल पर शुद्ध एवं ठंडा पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
गर्मी के इस मौसम में रतलाम मंडल का यह प्रयास निश्चित ही यात्रियों के लिए राहत का झोंका लेकर आया है। यह पहल न केवल यात्रियों की सेवा भावना को दर्शाती है, बल्कि सामाजिक सहभागिता की मिसाल भी प्रस्तुत करती है।
रिपोर्ट – प्रफुल जैन
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