
इंदौर / महेश्वर, 1 मई 2025 | एसडी न्यूज़ एजेंसी
महेश्वर में हजरत बाबा मद्रासी के 34वें उर्स के अवसर पर कौमी एकता कमेटी द्वारा भव्य सूफियाना कव्वाली महफिल का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न समुदायों के हजारों नागरिकों ने बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ भाग लिया। इस आयोजन ने सूफी संगीत और आध्यात्मिक एकता का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया।
राष्ट्रीय कव्वालों ने पेश की अल्हदा कलाम
कार्यक्रम में प्रसिद्ध राष्ट्रीय कव्वाल अजीम नाज़ा ने मदीने वाले सरकार और मौला अली की शान में सूफियाना कलाम प्रस्तुत किए, जिन पर श्रद्धालु झूम उठे और भावविभोर होकर नोटों की बरसात करने लगे। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश, मुरादाबाद से आए प्रसिद्ध कव्वाल असलम वारसी, अकरम वारसी और मुबारक नवाब ने भी अपनी कव्वालियों से समां बांध दिया।
समाजसेवियों व अतिथियों का सम्मान
कार्यक्रम में समाजसेवी हाजी अंसार अहमद, सर्वधर्म संघ के अध्यक्ष मंज़ूर बैग एवं कमेटी सदस्य हाजी वेसल मोहम्मद अंसारी को साफा बांधकर और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही, राष्ट्रीय कव्वाल अजीम नाज़ा और असलम वारसी को भी उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मान प्रदान किया गया।
कौमी एकता का सन्देश
कार्यक्रम के दौरान कौमी एकता कमेटी द्वारा सभी अतिथियों का फूलों की वर्षा कर स्वागत किया गया। यह आयोजन धार्मिक समरसता और सूफी परंपरा की जीवंत मिसाल बना।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर फिरोज अंसारी, जीतू वर्मा, अयूब खान, गुलाब पार्षद, मुस्तफा अहमद, अनीस अंसारी, रियाज़ खान, मुकेश बजाज, एजाज़ कुरैशी, भोला भाई, शानू भाई, असीम अयूब खान, मोहसिन सदर, अज्जू अंसारी, डॉ. शादाब खान, जफ़र खान, सोहेल पठान, गोलू शेख, शकीर शायरी, बबलू भाई, नानू भाई, शाहिद भाई, इरफान पठान सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम संचालन
कार्यक्रम का संचालन शायर हरीश दुबे द्वारा किया गया।
अंतिम युद्ध- विनोद गोयल
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