
इंदौर, 1 मई 2025 | एस.डी. न्यूज़ एजेंसी
इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र में हाल ही में छोटा बांगड़दा इलाके में हुई पत्थरबाजी की घटना के बाद पुलिस ने एक अनूठी और अनुकरणीय पहल की है। पुलिस कमिश्नर श्री संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर असामाजिक तत्वों और पत्थरबाजों को पारंपरिक सजा के स्थान पर ‘सुधारात्मक शिक्षा’ दी जा रही है।
इस पहल के तहत पत्थरबाजों को डॉजियर फॉर्म भरने की सजा दी गई है, जिसमें उन्हें अपनी व्यक्तिगत जानकारी तीन-तीन प्रतियों में खुद अपने हाथों से भरनी होती है। खास बात यह है कि यदि किसी भी प्रतिलिपि में एक भी त्रुटि पाई जाती है, तो उन्हें फॉर्म फिर से शुरू से भरना पड़ता है।
डॉजियर फॉर्म में आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक खाता, परिवार का विवरण सहित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दर्ज की जा रही हैं। पुलिस का कहना है कि यह डाटा भविष्य में संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी में सहायक होगा। साथ ही, यदि ये व्यक्ति भविष्य में पुनः किसी आपराधिक गतिविधि में संलिप्त पाए गए, तो उनके बैंक खातों को सील करने की कार्रवाई की जाएगी।
इस पूरे अभियान का संचालन एसीपी श्री संजय वर्मा के नेतृत्व में किया गया, जिन्होंने इसे ‘अंतिम युद्ध’ की संज्ञा दी — समाज में भय और उपद्रव फैलाने वालों के विरुद्ध एक निर्णायक लड़ाई।
यह पहल न केवल अपराधियों में सुधार की भावना उत्पन्न कर रही है, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा बन रही है कि अपराध का उत्तर केवल दंड नहीं, अपितु शिक्षा और आत्ममंथन भी हो सकता है।
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