
ग्वालियर, 22 अप्रैल 2025 | एस.डी. न्यूज़ एजेंसी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश की भौगोलिक केंद्रीयता देशभर के निवेशकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है। प्रदेश सरकार टेलीकॉम सेक्टर में निवेश के इच्छुक उद्यमियों को पूर्ण सहयोग देगी।
मंत्रालय में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने ग्वालियर में 350 एकड़ भूमि पर प्रस्तावित टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन (TMZ) की स्थापना और इसके क्रियान्वयन को लेकर निवेशकों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह TMZ देश के दूरसंचार क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह TMZ न केवल मोबाइल डिवाइसेस, सिम कार्ड, एंटीना, और टेलीकॉम चिप्स जैसे उपकरणों का उत्पादन करेगा, बल्कि 6G टेक्नोलॉजी के लिए अनुसंधान और विकास भी किया जाएगा।
डिक्सन, वॉयकॉन, एरिक्सन जैसी बड़ी कंपनियां इस परियोजना में निवेश के लिए तैयार हैं। आगामी 27 अप्रैल को इंदौर में आयोजित IT कॉन्क्लेव में इच्छुक कंपनियां अपने प्रस्ताव दे सकती हैं।
भूमि उपलब्धता एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर:
ग्वालियर IT पार्क में लगभग 70 एकड़ और साडा ग्वालियर क्षेत्र में 300 एकड़ भूमि की मांग निवेशकों द्वारा की गई है। सरकार ने साडा क्षेत्र की 271 हेक्टेयर भूमि औद्योगिक विभाग को हस्तांतरित करने का निर्णय लिया है। इस क्षेत्र से ग्रीन कॉरिडोर और दिल्ली-नागपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर जैसी परियोजनाएं भी जुड़ी होंगी, जिससे लॉजिस्टिक खर्च में भारी कमी आएगी।
टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन का महत्व:
दूरसंचार मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित इस TMZ का लक्ष्य भारत को हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग और डिज़ाइन इको-सिस्टम में आत्मनिर्भर बनाना है। इसमें प्लग-एंड-प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर, फिस्कल-नॉन फिस्कल इंसेंटिव्स, और टेस्टिंग लैब्स जैसी सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की नई औद्योगिक नीति 2025 के अंतर्गत टेलीकॉम क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं, जिससे मध्यप्रदेश ग्लोबल टेलीकॉम मार्केट में अपनी भूमिका को और सशक्त बना सकेगा।
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