Wednesday, November 12

अंता उपचुनाव में किरोड़ी लाल मीणा का पर्दे के पीछे काम का खुलासा – स्टार प्रचारक रहते हुए भी सीधे नहीं पहुंचे मैदान

उदयपुर। राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर सोमवार को मतदान संपन्न हो गया। त्रिकोणीय मुकाबले में सीट के नतीजों को लेकर राजनीतिक गलियारों में उत्सुकता चरम पर है। इस बीच कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने अपने चुनावी रुख और भूमिका को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने बताया कि भले ही वे प्रचार के लिए अंता नहीं गए, लेकिन पर्दे के पीछे चुनावी कामकाज में योगदान दिया है।

🗳️ मीणा का बयान और रणनीति

अंता में मीणा समाज के लगभग 30-35 हजार मतदाता हैं। भाजपा के स्टार प्रचारक होने के बावजूद किरोड़ी लाल मीणा सीधे प्रचार से दूर रहे। उदयपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा:

“मैं वहां नहीं गया, लेकिन पर्दे के पीछे मैंने अपना योगदान दिया। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके पुत्र की अंता में गहरी पकड़ है। बीजेपी का माइक्रो-लेवल मैनेजमेंट काफी मजबूत रहा है, जिससे पार्टी स्थिति में बेहतर है।”

🔹 पूर्व बयान का भी संकेत

पिछले दिनों किरोड़ी ने अंता चुनाव को लेकर कहा था कि उन्हें बुलाया गया या नहीं, इस पर वह टिप्पणी नहीं करना चाहते। उन्होंने स्पष्ट किया कि हर नेता की अपनी भूमिका और जिम्मेदारी होती है और पार्टी के वरिष्ठ नेता सक्रिय रूप से चुनाव प्रचार में लगे हैं। नरेश मीणा के बारे में पूछे गए सवाल पर किरोड़ी ने कहा:

“कुछ पत्ते डाली से टूट जाते हैं, उनका क्या कर सकते हैं।”
इस बयान से यह संकेत भी मिला कि अब नरेश मीणा उनसे राजनीतिक रूप से अलग स्थिति में हैं।

🔹 राजनीतिक हलचल और सियासी माहौल

अंता उपचुनाव में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की गैर-मौजूदगी के बावजूद पर्दे के पीछे की रणनीति ने भाजपा को मजबूती दी है। अब परिणामों से पहले ही सियासी माहौल गरम है और सभी की नजरें इस सीट के नतीजों पर टिक गई हैं।

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