
*मोकड़ी / भोपाल, 19 अप्रैल 2025 | एस.डी. न्यूज़ एजेंसी*
ग्लोबल कन्फेडरेशन ऑफ काउ-बेस्ड इंडस्ट्रीज (GCCI) मध्यप्रदेश की प्रादेशिक बैठक शनिवार को भोपाल स्थित एलएनसीटी यूनिवर्सिटी में सम्पन्न हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक में *गौटेक 2025 – जयपुर* के लिए प्रदेश से अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने, जिला एवं तहसील स्तर पर संगठन विस्तार तथा गौ आधारित आर्थिक मॉडल को बढ़ावा देने हेतु विस्तृत रणनीति तैयार की गई।
### **गौ आधारित उद्योग आत्मनिर्भर भारत की नींव**
बैठक के मुख्य अतिथि एवं GCCI के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री **डॉ. वल्लभभाई कथीरिया** ने कहा कि गौ आधारित उद्योग भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने बताया कि 30 मई से 2 जून 2025 तक जयपुर में आयोजित *गौटेक 2025* केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि *गौ क्रांति का महायज्ञ* है। इसमें वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं, उद्यमियों और गौसेवकों की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
### **‘गांव-गौ-गौरव’ को फिर से स्थापित करने का संकल्प**
GCCI मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष **श्री दिलीप धनराज गुप्ता** ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि संगठन का उद्देश्य हर जिले और तहसील तक विस्तार कर, प्रदेश के युवाओं और किसानों को गौ आधारित स्टार्टअप्स से जोड़ना है। उन्होंने ‘गांव-गौ-गौरव’ के संकल्प को फिर से जाग्रत करने की बात कही।
### **गौ सेवा – वैज्ञानिक, आध्यात्मिक और सामाजिक समाधान**
प्रदेश संरक्षक **स्वामी श्री श्री 1008 श्री परम पूज्य गुरुदेव कृष्णानन्द जी महाराज** (बगलामुखी शक्तिपीठ, खाचरोद, उज्जैन) ने कहा कि गौ सेवा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि वैज्ञानिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक समाधान है। हमें भारत की सनातन परंपराओं को विज्ञान और तकनीक के साथ जोड़ना होगा।
### **गौ संवर्धन को जनआंदोलन बनाने का आह्वान**
**राष्ट्रीय गौसेवा संघ मध्यप्रदेश के अध्यक्ष पवन दुबे** ने कहा कि गौ संवर्धन को जनआंदोलन का रूप दिया जाएगा। गाँव-गाँव युवाओं को प्रशिक्षित कर, गौ आधारित रोजगार से जोड़ा जाएगा।
### **गो-काष्ठ से वन संरक्षण की दिशा में कदम**
**वैज्ञानिक डॉ. योगेन्द्र कुमार सक्सेना** (सेंट्रल पॉल्यूशन बोर्ड) ने *गो-काष्ठ आंदोलन* की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक इस पहल से 5.10 लाख क्विंटल लकड़ी और 3400 एकड़ वन क्षेत्र संरक्षित किया गया है। गो-काष्ठ का प्रयोग अब शवदाह, होलिका दहन, तंदूर और औद्योगिक बॉयलरों में लकड़ी के विकल्प के रूप में हो रहा है।
### **प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से निर्णयों की जानकारी**
GCCI मध्यप्रदेश के मीडिया संयोजक **श्री भागीरथ तिवारी** ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि बैठक में निम्नलिखित निर्णय लिए गए–
– *गौटेक 2025 – जयपुर* में मध्यप्रदेश से अधिकतम सहभागिता
– हर जिले व तहसील स्तर पर GCCI इकाइयों का गठन
– प्रत्येक जिले में 5 मॉडल गौशालाओं का निर्माण
– हर संभाग में प्रादेशिक बैठक का आयोजन
– युवाओं को गौ संवर्धन व गौ आधारित उद्योगों से जोड़ना
– गोशालाओं को मिलने वाली अनुदान राशि ₹20 से बढ़ाकर ₹40 किए जाने पर मुख्यमंत्री एवं पशुपालन मंत्री को धन्यवाद ज्ञापित
### **सम्मान और सहभागिता**
इस अवसर पर **डॉ. अनुपम चौकसे (सचिव, एलएनसीटी यूनिवर्सिटी)** एवं **कुलपति श्री नरेंद्र थापक** द्वारा डॉ. कथीरिया को पौधा व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। बैठक का संचालन **शैलेंद्र तेनगरिया** ने किया एवं आभार **पवन दुबे** ने व्यक्त किया।
बैठक में प्रदेशभर से आए प्रमुख गौसेवा संगठनों के प्रतिनिधि – **श्री जवाहरलाल गुप्ता, शैलेश पालीवाल (इंदौर), सुमनलता ताम्रकर, अजय नरेलिया (शाजापुर), गंभीर सिंह राजपूत (नर्मदापुरम), राजेश चौहान (झाबुआ), राम रघुवंशी (अशोकनगर), राजवीर सिंह (मुरैना), मनोज प्रताप सिंह (सतना), ईश्वर अंबोदिया (उज्जैन), भगवान सिंह सिंगोरिया (रायसेन), शिशिर विश्वकर्मा (छिंदवाड़ा), ए. सी. द्विवेदी (भोपाल), हुकुम सिंह पाटीदार (नीलबड़), दीपाली उपाध्याय एवं अजय सोनी (भोपाल)** आदि गणमान्यजन उपस्थित रहे।
यह बैठक गौ आधारित आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
रिपोर्ट: राधेगुरु
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