59वां आईएचजीएफ दिल्ली मेला – स्प्रिंग 2025 का भव्य आगाज़

यह रही 59वें आईएचजीएफ दिल्ली मेला – स्प्रिंग 2025 की समाचार रिपोर्ट, समाचार पत्र में प्रकाशन के लिए पेशेवर हिंदी समाचार प्रारूप में तैयार की गई:


 केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने किया उद्घाटन

📍 इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा | 

नई दिल्ली, 17 अप्रैल 2025 (एस.डी. न्यूज़ एजेंसी):
भारत सरकार के माननीय केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने आज 59वें आईएचजीएफ दिल्ली मेला – स्प्रिंग 2025 का भव्य उद्घाटन किया। यह मेला हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (EPCH) द्वारा 16 से 19 अप्रैल 2025 तक ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित किया जा रहा है।

उद्घाटन समारोह के उपरांत श्री गिरिराज सिंह ने प्रदर्शनी हॉल का भ्रमण किया और विभिन्न स्टॉलों पर पहुँचकर सहभागियों से संवाद किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “यह मेला भारत की समृद्ध हस्तशिल्प परंपरा का उत्सव है। यह न केवल देश को वैश्विक मंच प्रदान करता है, बल्कि यह भारतीय कारीगरों की प्रतिभा को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम भी है।”

उन्होंने आगे कहा कि दुनिया अब हस्तनिर्मित उत्पादों को प्राथमिकता दे रही है, जो भारतीय कारीगरों के हुनर को सम्मान देने का प्रतीक है। उन्होंने आश्वस्त किया कि वैश्विक बाजार की चुनौतियों के बावजूद भारतीय उत्पादों की मांग बनी रहेगी।

सस्टेनेबिलिटी की दिशा में भारत की पहल

श्री सिंह ने वैश्विक स्तर पर सस्टेनेबिलिटी और इको-फ्रेंडली मैन्युफैक्चरिंग को मिल रही मान्यता की सराहना करते हुए कहा कि भारत इस दिशा में नवाचार के साथ अग्रसर है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ के बावजूद भारत सरकार निर्यातकों के हितों की रक्षा हेतु सक्रिय है।

3,000 से अधिक प्रदर्शक, 16 समर्पित हॉल

इस संस्करण में 3,000 से अधिक प्रदर्शकों ने भाग लिया है, जो होम डेकोर, लाइफस्टाइल, फैशन, फर्नीचर और इंटीरियर उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला प्रस्तुत कर रहे हैं। साथ ही, आगंतुक 900 स्थायी मार्ट शोरूम्स में भी खरीदारी और संपर्क कर सकते हैं।

प्रमुख हस्तियां और पदाधिकारी रहे उपस्थित

उद्घाटन समारोह में ईपीसीएच के अध्यक्ष श्री दिलीप बैद, स्वागत समिति के अध्यक्ष श्री निर्मल भंडारी, उपाध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना, श्री सागर मेहता, कार्यकारी निदेशक श्री आर. के. वर्मा, और ईपीसीएच के कई अन्य पदाधिकारी, सदस्य निर्यातक, विदेशी खरीदार तथा भारत के प्रमुख खरीद एजेंट उपस्थित रहे।

बिहार की कला को मिला विशेष मंच

बिहार के तीन सदस्य निर्यातक—अर्का इंडिया, मीनार एंटरप्राइजेज और रश्मि हैंडलूम एक्सपोर्ट—भी मेले में शामिल हुए। बिहार शिल्प को बढ़ावा देने हेतु ईपीसीएच द्वारा एक थीम आधारित विशेष बूथ की स्थापना की गई है, जहाँ जलकुंभी शिल्प को केंद्र में रखा गया।

EPCH का निर्यात प्रयास और भविष्य की दिशा

ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर. के. वर्मा ने बताया कि वर्ष 2024-25 के दौरान हस्तशिल्प क्षेत्र से 33,490.79 करोड़ रुपये (लगभग 3959.86 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का अस्थायी निर्यात दर्ज किया गया है। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि अंतरराष्ट्रीय खरीदारों का भरोसा लगातार ईपीसीएच और भारतीय शिल्प उत्पादों पर बना हुआ है।

आईईएमएल अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार का वक्तव्य

आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि हर संस्करण के साथ मेला और अधिक प्रभावशाली होता जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इंडिया एक्सपो सेंटर न केवल विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करता है, बल्कि 900 मार्ट शोरूम खरीदारों और निर्यातकों के लिए स्थायी व्यापार संबंधों का सशक्त माध्यम बनते जा रहे हैं।


📌 रिपोर्ट: एस.डी. न्यूज़ एजेंसी
📸 फोटो और विजुअल्स: आयोजन स्थल से प्रत्यक्ष रिपोर्टिंग पर आधारित
📰 प्रकाशन हेतु तैयार | संपादन एवं वितरण: लुनिया विनायक क्रिएटिव्स मीडिया डेस्क


 


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