10 रोचक तथ्य: भारत के बजट की कहानी जो शायद आप नहीं जानते

नई दिल्ली। बजट 2025 का समय नजदीक आ रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अगले महीने केंद्रीय बजट 2025 पेश करेंगी। इस बार भी मध्यम वर्ग को बजट से कई उम्मीदें हैं। वित्त वर्ष 2025-26 के बजट दस्तावेज को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जैसे-जैसे बजट की तारीख नजदीक आ रही है, लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। भारत का पहला बजट किसने पेश किया? सबसे लंबा बजट भाषण किसका रहा? आइए जानते हैं भारत की बजट परंपरा से जुड़े 10 रोचक तथ्य।


1. भारत में पहला बजट कब पेश हुआ?

1857 की क्रांति को जहां लोग ब्रिटिश शासन के खिलाफ क्रांतिकारियों की आवाज के रूप में जानते हैं, वहीं इसका एक संबंध बजट से भी है। 1857 की बगावत को दबाने के लिए ब्रिटिश हुकूमत ने भारी धन खर्च किया, जिसका प्रभाव सरकारी खजाने पर पड़ा।
जनता की नाराजगी कम करने और आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से ब्रिटिश सरकार ने भारत के लिए अलग बजट पेश करने का फैसला किया। इसके लिए स्कॉटिश व्यापारी और अर्थशास्त्री जेम्स विल्सन को बुलाया गया। उन्होंने 7 अप्रैल 1860 को पहली बार भारत का बजट पेश किया।


2. आजाद भारत का पहला बजट

26 नवंबर 1947 को आजाद भारत का पहला बजट आर.के. षणमुगम चेट्टी ने पेश किया।


3. पहली महिला वित्त मंत्री

भारत की पहली महिला वित्त मंत्री इंदिरा गांधी बनीं। उन्होंने 1970-71 के वित्त वर्ष का बजट पेश किया।


4. राज्यसभा सांसद द्वारा पहला बजट

प्रणब मुखर्जी ने 1982-83 में राज्यसभा सांसद के रूप में पहला बजट पेश किया।


5. सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड

मोरारजी देसाई ने कुल 10 बार बजट पेश किया, जिनमें 8 पूर्ण और 2 अंतरिम बजट शामिल हैं।


6. दो वित्त मंत्रियों द्वारा एक ही साल में बजट

1991 में यशवंत सिन्हा ने मार्च में अंतरिम बजट पेश किया, और मनमोहन सिंह ने जुलाई में पूर्ण बजट पेश किया। यह पहला मौका था जब दो अलग-अलग दलों के वित्त मंत्रियों ने एक ही वर्ष में बजट पेश किया।


7. सबसे लंबा बजट भाषण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 में 2 घंटे 42 मिनट तक भाषण दिया। यह अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण है।


8. काले धन की स्वैच्छिक घोषणा योजना

1965 में वित्त मंत्री टी.टी. कृष्णमाचारी ने पहली बार अघोषित या काले धन की स्वैच्छिक घोषणा योजना शुरू की।


9. जन्मदिन पर बजट पेश करने का रिकॉर्ड

मोरारजी देसाई ने अपने जन्मदिन 29 फरवरी को दो बार (1964 और 1968) बजट पेश किया।


10. सेवा कर की शुरुआत

मनमोहन सिंह ने 1994-95 में पहली बार बजट में सेवा कर (Service Tax) पेश किया।


इन वित्त मंत्रियों ने 5 या अधिक बार पेश किया बजट

  • मोरारजी देसाई – 10 बार
  • पी. चिदंबरम – 9 बार
  • प्रणब मुखर्जी – 7 बार
  • सी.डी. देशमुख – 6 बार

भारत का बजट न केवल आर्थिक दिशा तय करता है, बल्कि हर नागरिक के जीवन पर असर डालता है। ऐसे में यह ऐतिहासिक और रोचक तथ्यों को जानना बेहद दिलचस्प है।

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