
श्रीमद्भागवत कथा में बोलीं देवी चित्रलेखा – “कलयुग में श्रीमद्भागवत ही श्रीकृष्ण का स्वरूप”
श्री जैन बोले – “जब तक सांस चलेगी, सनातन धर्म से जुड़े आयोजन करता रहूंगा”
कवि सम्मेलन में रम्भापुर के निसार पठान ने मचाया धमाल
मेंघनगर, 13 अप्रैल (एस.डी. न्यूज़ एजेंसी)।
शनिवार को फुटतालाब में श्री हनुमान जयंती का आयोजन बड़े धार्मिक उल्लास, भक्ति, भंडारा और कविताओं के बीच धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर श्रीमद्भागवत कथा में उपस्थित प्रसिद्ध कथावाचिका देवी चित्रलेखा जी ने कहा, “कलयुग में श्रीमद्भागवत कथा ही श्रीकृष्ण का जीवंत स्वरूप है।” उन्होंने भजन प्रस्तुत करते हुए कहा,
“मांगा है मैंने श्याम से वरदान एक ही, तेरी कृपा बनी रहे जब तक है ज़िंदगी।”
चित्रलेखा जी ने सभी श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि वे सनातन धर्म की पहचान को अपनाएं – “गले में कंठी और माथे पर तिलक लगाना ही असली ब्रांडिंग है।”
श्री जैन की धर्मनिष्ठा की प्रतिज्ञा
प्रदेश के यशस्वी समाजसेवी श्री सुरेश चंद्र पूरणमल जैन ने मंच से कहा,
“जब तक मेरी साँस चलेगी, तब तक सनातन संस्कृति और धर्म से जुड़े आयोजन करता रहूंगा।”
उन्होंने अनुशासित आयोजन के लिए श्रद्धालुओं और आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया।
हनुमान जी को छप्पन भोग, हुई महाआरती
फुटतालाब स्थित श्रीवनेश्वर मारुति नंदन मंदिर में हनुमान जी को छप्पन भोग अर्पित किया गया। मंदिर परिसर को आकर्षक रूप से सजाया गया था। इस दौरान विशेष पूजा-अर्चना और महाआरती का आयोजन हुआ, जिसमें टाटवाले बाबा, महेंद्र दिल्ली दिलीप दास जी महाराज, और अन्य संतों व श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
मंदिर दर्शन के लिए कांग्रेस नेता जसवंत भाबर और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोनम जसवंत भाबर भी पहुंचे और भक्तों के बीच उपस्थिति दर्ज कराई।
यज्ञ, पूर्णाहुति और रामभक्तों का समर्पण
आयोजन में यज्ञ की पूर्णाहुति समाजसेवी श्री सुरेश चंद्र पूरणमल जैन और उनके परिवारजनों – राजेश रिंकू जैन, पूजा जैन, अंकित जैन, अंतिम बाला जैन, जूही जैन, बिन्नी जैन सहित अन्य भक्तों की उपस्थिति में संपन्न हुई। इस दौरान ब्रजेन्द्र चुन्नू शर्मा सहित कई गणमान्य नागरिकों ने श्रीरामभक्त हनुमान जी की महाआरती में सहभागिता की।
कवि सम्मेलन में निसार पठान छाए
फुटतालाब में हुए कवि सम्मेलन में रम्भापुर निवासी राष्ट्रीय कवि निसार पठान ने अपनी संवेदनशील और तंज भरी कविताओं से सबका दिल जीत लिया।
उन्होंने सनातन संस्कृति, बेटी सम्मान और भारतीय राजनीति पर शानदार कविताएं प्रस्तुत कीं। आयोजनकर्ता श्री जैन पर समर्पित कविता ने भी श्रोताओं से खूब तालियां बटोरीं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री कल सिंह भाबर उपस्थित रहे। सम्मेलन में प्रसिद्ध कवि तेजनारायण बैचेन, हास्य कवि महेंद्र मधुर (नई दिल्ली), गीतकार सुश्री प्रीति पांडे (श्रृंगार रस, राजस्थान), मुकेश मासूम (हास्य गीतकार) भी मौजूद रहे।
प्रसिद्ध कविताएं:
- “ना कश्मीर आना, सब भूल जाना” – पाकिस्तान पर व्यंग्यात्मक प्रहार
- “ना घर में आटा, ना नल में पानी” – व्यवस्था पर करारा कटाक्ष
- “डुग्गो के पापा, खुशी की लहर है, उदासी ना समझो” – सुश्री प्रीति पांडे की भावुक प्रस्तुति
अंतिम युद्ध – जयेश झामर
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