बागली अपहरण-हत्या कांड का फरार मास्टरमाइंड आरोपी 17 वर्षों बाद गिरफ्तार

“ऑपरेशन हवालात” की बड़ी सफलता, आरोपी से चार मोबाइल जब्त
इंदौर/देवास, 11 अप्रैल (एस.डी. न्यूज़ एजेंसी)।

देवास जिले के बागली थाना क्षेत्र में वर्ष 2008 में घटित सनसनीखेज अपहरण एवं हत्या के प्रकरण में फरार चल रहे मुख्य आरोपी को पुलिस ने 17 वर्षों बाद गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी देवास पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान “ऑपरेशन हवालात” के तहत की गई है।

📌 क्या था मामला?

वर्ष 2008 में तीन आरोपियों –

  1. मानसिंह पिता समंदर सिंह राजपूत (निवासी पिपलिया खुर्द, भौंरासा)
  2. ज्ञानसिंह पिता रामसिंह राजपूत (निवासी ग्राम बोलासा, भौंरासा)
  3. अमरीश पिता कालीचरण राजोरिया (निवासी ग्राम रासनोल, थाना गोहद, जिला भिंड)

ने मिलकर बागली थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति का अपहरण कर उसकी गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी थी। शव को जंगल में फेंककर आरोपी फरार हो गए थे। इस मामले में थाना बागली में तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई थी।

👮‍♀️ दो आरोपी पहले ही गिरफ्तार

वर्ष 2008 में ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय विशेष न्यायालय देवास में प्रस्तुत किया गया था। वर्ष 2010 में न्यायालय ने उन्हें आजीवन कारावास और जुर्माने की सजा सुनाई थी।
लेकिन तीसरा आरोपी अमरीश राजोरिया वर्ष 2008 से फरार था और पुलिस को चकमा देकर लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा

📱 तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिर तंत्र से मिली सफलता

आरोपी की तलाश के लिए पुलिस ने दिल्ली, मुंबई, गुजरात, महाराष्ट्र, आगरा, ग्वालियर, भोपाल, उज्जैन जैसे कई शहरों में जांच की। आरोपी लगातार अलग-अलग मोबाइल नंबर और सिम कार्ड का उपयोग करता रहा और एक स्थान पर टिक कर नहीं रहा।
अंततः मुखबिर तंत्र और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर देवास पुलिस ने आरोपी अमरीश (उम्र 59 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से चार मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।

🔍 “ऑपरेशन हवालात” की भूमिका

पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोत द्वारा 1 नवम्बर 2024 से “ऑपरेशन हवालात” की शुरुआत की गई थी। इस अभियान के तहत जिले में लंबे समय से फरार स्थाई वारंटियों एवं गंभीर अपराधियों की गिरफ्तारी को प्राथमिकता दी जा रही है।

इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सौम्या जैन, एसडीओपी बागली सृष्टि भार्गव, थाना प्रभारी बागली मनीषा दांगी, एवं चौकी प्रभारी चापड़ा उपेंद्र नाहर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी, जो आरोपी की गिरफ्तारी हेतु लगातार प्रयासरत थी।

🏆 पुलिस टीम को ₹10,000 का इनाम

गुरुवार को विश्वसनीय सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक देवास ने इस सफलता के लिए विशेष टीम को ₹10,000 का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

📊 अब तक की उपलब्धि

“ऑपरेशन हवालात” के अंतर्गत 1 नवम्बर 2024 से अब तक –

  • 5 वर्ष से फरार – 163 आरोपी
  • 10 वर्ष से फरार – 152 आरोपी
  • 15 वर्ष से अधिक समय से फरार – 23 आरोपी
    कुल गिरफ्तारियां – 338, जिन पर ₹64,000 का इनाम घोषित था।

रिपोर्ट – अंतिम युद्ध ‘संजय वर्मा’, इंदौर


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