
नई दिल्ली (विशाल आनंद शर्मा) – ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में यहूदी त्योहार हनुका के दौरान इस्राइली नागरिकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इस हमले में लगभग 10 इस्राइली नागरिक मारे गए और कई घायल हुए।
खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली, मुंबई सहित उन क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है, जहां इस्राइली नागरिकों की गतिविधियां अधिक होती हैं। रविवार शाम दिल्ली पुलिस ने इस्राइली दूतावास और पहाड़गंज स्थित चाबाद हाउस की सुरक्षा का पुनरीक्षण किया।
सूत्रों के अनुसार, इन दोनों स्थानों के आसपास व्यापक सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। पहले से लगे सीसीटीवी कैमरों के अलावा जरूरत पड़ने पर और अधिक कर्मियों को तैनात किया जा सकता है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां किसी भी अप्रिय घटना के लिए सतर्क हैं।
पिछले चार साल में दिल्ली में इस्राइली दूतावास के पास दो कम तीव्रता वाले विस्फोट हो चुके हैं। हालांकि, इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ। दो साल पहले इजराइल और हमास के बीच युद्ध के दौरान दूतावास के आसपास सुरक्षा और भी कड़ी कर दी गई थी।
इस्राइली दूतावास की सुरक्षा तीन परतों में होती है – पहले स्तर पर दिल्ली पुलिस, दूसरे स्तर पर सीआईएसएफ, और तीसरे स्तर पर कमांडो तैनात रहते हैं। इसके अलावा दूतावास के भीतर इस्राइल की अपनी अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली लगातार नजर रखती है। आसपास का पूरा इलाका डे-नाइट विज़न वाले सीसीटीवी कैमरों से लैस है।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि विदेशों में इस्राइली नागरिकों को निशाना बनाने की घटनाओं को देखते हुए भारत में भी उनकी सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस कारण विदेशी पर्यटकों और विशेष रूप से इस्राइली नागरिकों के मूवमेंट वाले स्थानों पर अतिरिक्त चौकसी बरती जा रही है।