
दोनों देशों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और सुरक्षा सहयोग को लेकर हुई महत्वपूर्ण वार्ताएं
कोलंबो/नयी दिल्ली, 06 अप्रैल (एसडी न्यूज एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीलंका की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा रविवार को सफलतापूर्वक पूर्ण की और कोलंबो से भारत के लिए रवाना हो गए। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कीं, जिसमें भारत और श्रीलंका के बीच आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक संबंध, पर्यटन को बढ़ावा, और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर संवाद हुआ।
प्रधानमंत्री ने श्रीलंका के बौद्ध तीर्थस्थलों का भ्रमण करते हुए भारत-श्रीलंका के प्राचीन सांस्कृतिक एवं धार्मिक संबंधों को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रिश्ते केवल भौगोलिक नजदीकी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों की साझेदारी पर आधारित हैं।
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के विकास में भारत की निरंतर सहायता का आश्वासन दिया और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और विस्तार देने की प्रतिबद्धता दोहराई।
राजनयिक विशेषज्ञों के अनुसार, प्रधानमंत्री की यह यात्रा ‘पड़ोसी पहले’ (Neighbourhood First) नीति के तहत भारत की रणनीतिक सोच का एक अहम हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पड़ोसी देशों के साथ भरोसे और सहयोग पर आधारित संबंधों को सशक्त करना है।
श्रीलंका सरकार की ओर से प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में विशेष स्वागत कार्यक्रम आयोजित किए गए। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के बीच भी कई स्तरों पर बातचीत हुई, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा और अवसंरचना विकास से जुड़े मुद्दों पर सहमति बनी।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा न केवल द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊर्जा का संचार करेगी, बल्कि दक्षिण एशिया में स्थिरता, शांति और प्रगति के लिए एक सकारात्मक संकेत भी मानी जा रही है।
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